समाज में बुरा काम करने वाले भी गुरु की तरह हैं, क्योंकि उन्हें देखकर हम सीखते हैं कि बुरा होने का परिणाम भी बुरा होता है। बुराई हमेशा अच्छाई के लिए ही होती है। विवेकानंद का चिंतन.. सभी नीतिशास्त्रों का बड़ा दोष यह है कि उन्होंने उन साधनों का कभी उपदेश नहीं दिया, जिनके द्वारा मन्
via जागरण संत-साधक
http://www.jagran.com/spiritual/sant-saadhak-evil-is-for-good-10396915.html
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