Loading...
Wednesday, March 5, 2014
no image

होली के रंग में अभी से रंगा बाजार

Wednesday, March 05, 2014

रंगों व मस्ती का त्योहार 'होली' अब आने को है। ऐसे में बच्चों में होली का उत्साह देखते ही बन रहा है। दूसरी तरफ इस त्योहार को लेकर जम्...

no image

गंगा स्नान यानी रोग मुक्ति

Wednesday, March 05, 2014

कुंभ में गंगा स्नान करने से सुपरबग बैक्टीरिया नहीं फैलते बल्कि यहां कल्पवास करने साथ आए श्रद्धालुओं का प्रकृति, प्राकृतिक रूप से सामूहिक टीक...

no image

कई मुद्राओं में मिलीं बुद्ध की पांच मूर्तियां

Wednesday, March 05, 2014

सारनाथ स्थित पुरातात्विक खंडहर में चल रही खोदाई में मंगलवार को भगवान बुद्ध की पांच मूर्तियां कई मुद्राओं को दर्शाती मिलीं। मूर्तियां चुनार क...

no image

क्यों, कैसे और कब करें प्रार्थना...

Wednesday, March 05, 2014

प्रार्थना का प्रचलन सभी धर्मों में है, लेकिन प्रार्थना करने के तरीके अलग-अलग हैं। तरीके कैसे भी हों जरूरी है प्रार्थना करना। प्रार्थना योग भ...

no image

केदारघाटी के लिए एक्शन प्लान तैयार

Wednesday, March 05, 2014

आपदा से तबाह केदारघाटी में पर्यटन को पुनर्जीवित करने की राज्य सरकार की कार्ययोजना धरातल पर उतरी, तो केदारनाथ पैदल मार्ग पर जल्द होटल व पर्यट...

no image

दर्शन करने ननकाना साहिब गए हिंदुओं को रोका गया

Wednesday, March 05, 2014

वीजा न होने के कारण पांच भारतीय हिंदुओं को यहां से कुछ दूरी पर स्थित गुरुद्वारा ननकाना साहिब में घुसने से रोक दिया गया। बाद में सभी लोगों को...

no image

कण-कण में चेतना

Wednesday, March 05, 2014

समस्त सृष्टि के मूल में एक ही शक्ति या चेतना है, वह चेतना जब जड़ पदार्थो से संयोग करती है, तो जीवों के रूप में व्यक्त होती है और जब ब्रह्मांड...

no image

लठामार होली तक मूर्ति नहीं मिली तो भूख हड़ताल

Wednesday, March 05, 2014

करीब दो माह पहले साकेत गांव से चोरी गये ठा. राधारमणजी की मूर्ति बरामदगी की मांग को लेकर मंगलवार को यहां महापंचायत में लठामार होली तक मूर्ति ...

no image

भए प्रकट कृपाला, दीन दयाला..

Wednesday, March 05, 2014

रघुनंदन भगवान श्रीराम के जन्म के समय चारों दिशाओं से देवताओं ने हर्ष ध्वनि करते हुए पुष्प वर्षा की थी। ऋषि, मुनियों ने गाया था- भए प्रकट कृप...

no image

नंदगांव नहीं ब्याही जातीं बरसाने की छोरियां

Wednesday, March 05, 2014

'ऊधौ मन न भए दस-बीस, एक हुतो सो गयौ स्याम संग, कौ अराधे ईस'। सूरदास की यह पंक्तियां ब्रजवासियों खासकर गोपियों के कान्हा के प्रति प्र...

 
TOP