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Friday, March 14, 2014
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बेहद उल्लासभरी होती थी 100 साल पहले दून की होली

Friday, March 14, 2014

सौ साल पहले देहरादून की होली बेहद उल्लास भरी हुआ करती थी। खासतौर पर शमशेरगढ़ और बालावाला में झुम्मालाला का ढप वादन तरंगे पैदा कर देता था। सफ...

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क्यों मनाते हैं हम होली

Friday, March 14, 2014

वसंत ऋतु में सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में आ जाता है और फल-फूलों की नई सृष्टि के साथ ऋतु 'अमृतप्राण' हो उठती है। इसलिए होली को ...

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शनिदेव मंदिर के द्वार लगे भक्तों की कतार

Friday, March 14, 2014

पानीपत जिले के समालखा कस्बे में कृष्णा कॉलोनी में स्थित प्राचीन श्री शनिदेव मंदिर में शनि महाराज की पूजा करने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए द...

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होलिका चिंताओं की, होली भस्मी चिताओं की

Friday, March 14, 2014

एक ओर जलते शव दूसरी तरफ होलिका चिंताओं की। क्या धरती और क्या अंबर सब लाल गुलाल और इनसे एकाकार हुई भस्मी चिताओं की जो बाबा के मस्तक पर चढ़ी औ...

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कौन से ऋषि की क्या है महत्व

Friday, March 14, 2014

अंगिरा: ऋग्वेद के प्रसिद्ध ऋषि अंगिरा ब्रह्मा के पुत्र थे। उनके पुत्र बृहस्पति देवताओं के गुरु थे। ऋग्वेद के अनुसार, ऋषि अंगिरा ने सर्वप्रथम...

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राकेट बरसाएगा रंग, डोरेमॉन करेगा तंग

Friday, March 14, 2014

होली को अब चंद दिन ही शेष रह गए हैं। पारंपरिक रंग, अबीर-गुलाल के साथ ही इस बार होली कुछ ज्यादा ही आधुनिक नजर आ रही है। बाजार की रंगत बता रही...

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श्रीश्री रविशंकर ने कि अध्यात्म अपनाने की अपील

Friday, March 14, 2014

आज आप सभी शपथ लीजिए की रोज एक घंटा राष्ट्र के नाम देंगे। एक घंटा अपने गली मुहल्ले की सफाई, आसपास के गांवों के लोगों के साथ परिचर्चा और उनके ...

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होली पर पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

Friday, March 14, 2014

होली को त्योहार को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था चौकस की जा रही है। भारत-नेपाल सीमा के जरिए होने वाले पार...

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तुलसी, खुसरो पर नहीं चढ़ा ब्रज का सियासी रंग

Friday, March 14, 2014

कान्हा की यमुना, बराह से निकलती गंगा और योगीराज का वृंदावन। ब्रज की पावन धरा के इन पवित्र स्थलों में शामिल है तुलसी की सोरों और खुसरो की पटि...

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कान्हा करते रहे मनुहार, चंचल गुजरियां ना मानीं

Friday, March 14, 2014

यह भी बृज की होली का ही हिस्सा था, लेकिन अंदाज बरसाना और नंदगांव की लठामार होली से जुदा। कान्हा मनुहार करते रहे तो मां यशोदा भी कहती रहीं-का...

 
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