सौ साल पहले देहरादून की होली बेहद उल्लास भरी हुआ करती थी। खासतौर पर शमशेरगढ़ और बालावाला में झुम्मालाला का ढप वादन तरंगे पैदा कर देता था। सफ...
क्यों मनाते हैं हम होली
वसंत ऋतु में सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में आ जाता है और फल-फूलों की नई सृष्टि के साथ ऋतु 'अमृतप्राण' हो उठती है। इसलिए होली को ...
शनिदेव मंदिर के द्वार लगे भक्तों की कतार
पानीपत जिले के समालखा कस्बे में कृष्णा कॉलोनी में स्थित प्राचीन श्री शनिदेव मंदिर में शनि महाराज की पूजा करने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए द...
होलिका चिंताओं की, होली भस्मी चिताओं की
एक ओर जलते शव दूसरी तरफ होलिका चिंताओं की। क्या धरती और क्या अंबर सब लाल गुलाल और इनसे एकाकार हुई भस्मी चिताओं की जो बाबा के मस्तक पर चढ़ी औ...
कौन से ऋषि की क्या है महत्व
अंगिरा: ऋग्वेद के प्रसिद्ध ऋषि अंगिरा ब्रह्मा के पुत्र थे। उनके पुत्र बृहस्पति देवताओं के गुरु थे। ऋग्वेद के अनुसार, ऋषि अंगिरा ने सर्वप्रथम...
राकेट बरसाएगा रंग, डोरेमॉन करेगा तंग
होली को अब चंद दिन ही शेष रह गए हैं। पारंपरिक रंग, अबीर-गुलाल के साथ ही इस बार होली कुछ ज्यादा ही आधुनिक नजर आ रही है। बाजार की रंगत बता रही...
श्रीश्री रविशंकर ने कि अध्यात्म अपनाने की अपील
आज आप सभी शपथ लीजिए की रोज एक घंटा राष्ट्र के नाम देंगे। एक घंटा अपने गली मुहल्ले की सफाई, आसपास के गांवों के लोगों के साथ परिचर्चा और उनके ...
होली पर पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
होली को त्योहार को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था चौकस की जा रही है। भारत-नेपाल सीमा के जरिए होने वाले पार...
तुलसी, खुसरो पर नहीं चढ़ा ब्रज का सियासी रंग
कान्हा की यमुना, बराह से निकलती गंगा और योगीराज का वृंदावन। ब्रज की पावन धरा के इन पवित्र स्थलों में शामिल है तुलसी की सोरों और खुसरो की पटि...
कान्हा करते रहे मनुहार, चंचल गुजरियां ना मानीं
यह भी बृज की होली का ही हिस्सा था, लेकिन अंदाज बरसाना और नंदगांव की लठामार होली से जुदा। कान्हा मनुहार करते रहे तो मां यशोदा भी कहती रहीं-का...
आज के मुहूर्त (14.03.2014)
शुभ विक्रम संवत- 2070, अयन- उत्तरायन, मास- फाल्गुन, पक्ष- शुक्ल, हिजरी सन्- 1435, मु. मास- जमादि उल अव्वल, तारीख- 12। दिवस तिथि- त्रयोदशी...