छठ की व्रती महिलाओं ने शुक्रवार की शाम अस्ताचलगामी भास्कर को पहला अर्घ्य निवेदित कर दिया। इस क्रम में बहुत सी महिलाओं ने गुरुवार को खरना व्...
छठ पर्व: आज निवेदित हुआ पहला अर्घ्य
छठ की व्रती महिलाओं ने शुक्रवार की शाम अस्ताचलगामी भास्कर को पहला अर्घ्य निवेदित कर दिया। इस क्रम में बहुत सी महिलाओं ने गुरुवार को खरना व्...
गोपाष्टमी पर्व की तैयारियों में जुटे भक्त
गोपाष्टमी पर्व की तैयारियों में पूरा वृंदावन ही नहीं ब्रजमंडल जुटा है। ब्रजवासी इस दिन गोचारण और गायों की पूजा कर उन्हें भोजन करायेंगे। उधर ...
सूर्य उपासना का केंन्द्र है देवकुंड सरोवर
बाबा शिव की नगरी देवकुंड सूर्य उपासना का केन्द्र है। यहां स्थित पवित्र सरोवर में स्नान कर हजारों छठ व्रती अर्घ्य देते हैं। अर्घ्य के समय त...
छठ पूजन: 48 घंटे महिलाएं रखेंगी निर्जल व्रत
सूर्य उपासना के पर्व छठ पर शुक्रवार को छिपते सूर्य और शनिवार को उगते सूर्य का पूजन किया जाएगा। गुरुवार को महिलाओं ने निर्जल व्रत रखा। शुक्रव...
केले के पत्तों में छठी मैया को भोग
द्रोणनगरी में छठ पूजा के दूसरे दिन खरना की रौनक रही। व्रतियों ने दिनभर भूखा रहकर सांध्य बेला में मिट्टी के चूल्हे में आम की लकड़ियां जलाकर गु...
भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य आज
लोक आस्था के महापर्व छठ का पहला अर्घ्य शुक्रवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को दिया जायेगा। गुरुवार को खरना के सम्पन्न होने के बाद राजधानी ...
वेद और उपनिषद से लोक तक छठ
लोक में सूर्य ऊर्जा का अक्षय स्त्रोत है। मूलत: प्रकृति पूजा की संस्कृति वाले इस देश में, सूर्य की पूजा किसी भी परम्परा से बहुत- बहुत पुरानी ...
छठ पूजा: जल्दी-जल्दी उगो हे सूरज देव
दिवाली के ठीक छह दिन बाद मनाए जाने वाले छठ महापर्व का हिंदू धर्म में विशेष स्थान है। इस साल वर्ष 2013 में शुक्रवार [ via जागरण धर्म समाचा...
छठ पूजा: जल्दी-जल्दी उगो हे सूरज देव
दिवाली के ठीक छह दिन बाद मनाए जाने वाले छठ महापर्व का हिंदू धर्म में विशेष स्थान है। इस साल वर्ष 2013 में शुक्रवार [8.11.2013] को सायंकालीन ...
आज के मुहूर्त (8.11.2013)
शुभ विक्रम संवत- 2070, अयन- दक्षिणायन, मास- कार्तिक, पक्ष- शुक्ल, हिजरी सन्- 1435, मु. मास- मोहर्रम, तारीख- 4, दिवस तिथि- षष्ठी, दिवस नक्ष...
बहुत कम लोग जानते हैं, स्त्रियां क्यों नहीं फोड़ती नारियल
उज्जैन। हम सभी जानते हैं पूजन कर्म में नारियल का महत्वपूर्ण स्थान है। किसी भी देवी-देवता की पूजा नारियल के बिना अधूरी मानी जाती है। क्या आप ...