'गुरु गोविंद दोउ खड़े काके लागू पांव, बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताए' महाकवि कबीर दास के यह दोहे गुरु की महिमा को मंडित करते हुए ईश्वर से ऊपर का दर्जा देते हैं। यही वजह है कि आषाढ़ माह की पूर्णिमा को सदियों से गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता रहा है, और आज भी लोग उसे पूरी श्रद्धा के सा
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-guru-purnima-was-celebrated-with-great-pomp-10587495.html
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-guru-purnima-was-celebrated-with-great-pomp-10587495.html
0 comments:
Post a Comment