सिखों के छठे गुरु एवं अकाल तख्त के संस्थापक श्री हरिगोबिंद साहिब का संदेश था कि आध्यात्मिक मूल्यों (पीरी) के साथ राजनीतिक शक्ति (मीरी) भी प्राप्त करनी चाहिए। गुरु जी के प्रकाश-पर्व (5 जुलाई) पर विशेष.. पांचवें गुरु और पिता के बलिदान के बाद मात्र ग्यारह वर्ष की आयु में गुरु हरिगोबिं
via जागरण संत-साधक
http://www.jagran.com/spiritual/sant-saadhak-mr-hrigobind-sahib-miri-peery-owner-10537124.html
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