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Saturday, August 10, 2013

झूले बांके बिहारी

ब्रज में सावन की तीज पर प्रकृति भी फिदा हो गयी। सुबह से हुई रिमझिम ने इस पर्व को और सुहाना बना दिया। अद्भूत, चित्ताकर्षक स्वर्ण-रजत हिंडोले में विराजमान ठा. बांकेबिहारीजी को आस्था और श्रद्धा की डोर से झुलाने लाखों भक्त पहुंचे तो हरियाली और स्वर्ण हिंडोले में द्वारिकाधीश ने भक्तों को निहाल कर दिया। श्रीकृष्ण जन्मस्थान भी हरी



via जागरण धर्म समाचार

http://www.jagran.com/spiritual/religion-banke-bihari-swing-10635963.html

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