Loading...
Thursday, August 8, 2013

कहां गए तीज में पड़ने वाले सावन के झूले

सावन के झूले ने मुझको बुलाया, ं ैमैं परदेशी घर वापस आया, सखी रे सावन आयो, झूले पड़ गयो, सखी रे सावन आयो.. एक समय था जब सावन माह के आरंभ होते ही घर के आंगन में लगे पेड़ पर झूले पड़ जाते थे और महिलाएं गीतों के साथ उसका आनंद उठाती थीं। समय के साथ पेड़ गायब होते गए और मल्टीस्टोरी बिल्डिंगों के बनने से आंगन का अस्ि



via जागरण धर्म समाचार

http://www.jagran.com/spiritual/religion-where-are-the-cradle-of-sawan-teej-fall-in-10631293.html

0 comments:

Post a Comment

 
TOP