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Sunday, September 15, 2013

यह लाली चिरुजीवनी, जीवौ कोटि वरीस

सारी रात भजन चले और बृषभान के घर किलकारी गूंजते ही बधाई गीत शुरू हो गए। भाद्रशुदी अष्टमी को भोर में जैसे ही श्रीजी का प्राकट्य हुआ, वैसे ही बरसाना सहित पूरा ब्रज राधे-राधे के जयकारों से गूंज उठा। मंदिर में महाभिषेक के दर्शन को हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई। बरसाना में राधाष्टमी क



via जागरण धर्म समाचार

http://www.jagran.com/spiritual/religion-birth-of-radha-rani-10727629.html

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