सदियों से परंपरा में एक बात देखने को मिलती है कि जब-जब राष्ट्र की अस्मिता पर कोई आंच आई है, हमारे रण-बांकुरों ने शौर्य साधना, शक्ति साधना और संगठन साधना के बल पर आसुरी शक्तियों का हमेशा ही विनाश किया है। भगवान श्रीरामचंद्र और श्रीकृष्ण के संदर्भ में भी यही बात थी। शौर्य का अर्थ है- निर्भीकता का भाव। जब राष्ट्र को विरोधी आ
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-true-silence-10817009.html
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