नजरें आसमान की ओर टिकी थीं। दिन ढला तो इंतजार जैसे और लंबा हो गया। हर पल बस चंद्र दर्शन की उत्सुकता। आखिर वह घड़ी आ गई। शाम 6.20 बजे जैसे ही शरद का चंद्र दिखा, दर्शन को व्याकुल लोगों ने हाथ जोड़े। इस मौके पर धवल वस्त्र व बंशी धारण किए भगवान बांके बिहारी के हजारों लोगों ने दर्शन किए। बांके बिहारी साल में एक
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-banke-bihari-gave-clear-vision-in-textiles-10804966.html
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