पंचकल्याणी पर्व श्रृंखला का अंतिम पर्व है 'भैया दूज'। इस दिन भाई बहन के घर जाता है और बहन उसकी दीर्घायु, यशस्वी और सर्वगुण संपन्न होने की कामना करती है। कहते हैं कि स्वयं यमराज भी अपनी बहन यमुना से टीका कराने इस दिन यमनोत्री धाम पहुंचते हैं, इसलिए भैयादूज को यमद्वार बंद रहते हैं। परंपरा के अनुसार इसी दिन शीतकाल
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-today-yama-sister-yamuna-will-house-10841338.html
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