श्री और समृद्धि पर्व धनतेरस पर भक्तों को निहाल करने के लिए काशीपुराधीश्वरी माता अन्नपूण्रेश्वरी के दरबार का अक्षय कोष खुला तो भक्तजन मालामाल हो गए। जो भी दरबार में आया किसी की झोली खाली न रही। वर्ष में बस तीन दिनों के लिए भक्तों के दर्शनार्थ बाहर निकाली जाने वाली देवी अन्नपूर्णा की स्वर्ण प्रतिमा और याचक बने स्वयं महादेव
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-treasury-devotees-showered-the-happy-mother-10837643.html
0 comments:
Post a Comment