700 ईसवी से लेकर मौजूदा साल तक का पंचांग देखना हो या लीडर अखबार और माया, धर्मयुग जैसी पत्रिकाओं की प्रतियों का अवलोकन तो भारती भवन पुस्तकालय में जाएं। 125 साल पुरानी इमारत में ये सब मौजूद हैं। नक्काशीदार किताबों की आलमारी में रखी तमाम ऐतिहासिक किताबों के जर्द पन्ने पुस्तकालय के संग्रह को समृद्ध कर रह
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-preserved-here-300-year-panchang-10939139.html
0 comments:
Post a Comment