सर्राफा बाजार में सोने- चांदी के नए सिक्कों को हूबहू प्राचीन सिक्कों की शक्ल में ढाला जा रहा है। सदियों पुरानी गिन्नी बाजार से गायब होने के बाद भी ग्राहकों को उपलब्ध कराई जा रही है। नये चांदी के सिक्के भी प्राचीन ठप्पा लगाकर बेचे जा रहे हैं। नव वर्ष पर बल्लभ भाई महीदास भाई गोठी राइडर्स अपार्टमेंट, नकुम रमेश भाई कांजी भ
via जागरण धर्म समाचार
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