जब पूजा-पाठ और ग्रंथों का अध्ययन एक खास वर्ग तक सीमित था, ऐसे समय में धर्म में ऊंच-नीच और छुआछूत की भावना को दूर किया स्वामी रामानंदाचार्य ने। उनकी जयंती (23 जनवरी) पर.. संत कबीर और संत रविदास जैसे महान भक्त कवियों के गुरु स्वामी रामानंद (रामानंदाचार्य) ने न सिर्फ भक्ति्
via जागरण संत-साधक
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