ग्रंथों में प्रकृति की समस्त ऋतुओं के चक्र को संवत्सर कहा गया है। चंद्रमा को ऋतुओं का कारक कहा गया है, इसलिए चंद्र संबंधी संवत्सर प्रकृति की छवि को ही प्रस्तुत करता है। नवसंवत्सरोत्सव (31 मार्च) पर विशेष.. पर्व, उत्सव अथवा त्योहार किसी नियत काल (समय) पर किए जाते हैं।
via जागरण संत-साधक
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