रंगभरी एकादशी के नजदीक आते ही काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के गौना की रंगत छाने लगी है। उत्सव की तैयारियों का खाका खींचा जाने लगा है तो तन मन फागुनी उमंगों से पगा है। बारह मार्च की शाम बाबा के माथे गुलाल मलेंगे और काशी रंगों के पर्व होली की मस्ती में डूबेगी, उतराएगी। भला यह रंगत किसे न भाएगी पर बाबा दरबार म
via जागरण धर्म समाचार
http://ift.tt/1k2q479
0 comments:
Post a Comment