हमारी संस्कृति में सद्कार्यो एवं परोपकार को सर्वोपरि माना गया है। इसीलिए वैशाख मास में गरीबों की सेवा को ईश्वर की भक्ति के समतुल्य बताया गया है। 16 अप्रैल से शुरू हुए हैं वैशाख मास। भारतीय संस्कृति में संवत्सर (वर्ष) के प्रत्येक मास का एक विशेष आध्यात्मिक महत्व माना
via जागरण संत-साधक
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