मंगलवार को संत शिरोमणि मोरारी बापू ने अपने कथा में कहा ईश्वर उर (हृदय) में निवास कर सकते हैं तो उदर (गर्भ) से प्रकट भी हो सकते हैं। उन्होंने राम जन्म के प्रसंग को बड़े ही मनमोहक भाव से श्रोताओं को सुनाकर मंत्रमुग्ध कर दिया। यहां तक की शिव-पार्वती विवाह के प्रसंग पर श्रोता पंडाल में भावविभोर हो नाचने लगे। ऐसा प्र
via जागरण धर्म समाचार
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