श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त चैतन्य महाप्रभु ने छुआछूत और ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटाकर प्रेम में निमग्न रहने की शिक्षा दी। पंद्रहवीं शताब्दी में फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा को चैतन्य महाप्रभु का जन्म पश्चिम बंगाल के नादिया गांव में हुआ। इसे अब मायापुर कहते हैं। वे राधा-कृष्ण के अनन्य
via जागरण संत-साधक
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