ग्रंथों में परशुराम को भगवान विष्णु का अंशावतार माना गया है, इसीलिए उनकी गणना दशावतारों में होती है। शास्त्रों के अनुसार, वैशाख मास के शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र के अंतर्गत रात्रि के प्रथम प्रहर (प्रदोषकाल) में महर्षि जमदग्नि के यहां माता रेणुका
via जागरण संत-साधक
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