उज्जैन। ऐसा माना जाता है कि कण-कण में भगवान विराजमान हैं, लेकिन परमात्मा सिर्फ एक ही है जो हर कण में विराजित हैं। भगवान के रूप अलग-अलग बताए गए हैं, जो व्यक्ति भगवान को जिस रूप में पसंद करता है, उसका ईष्टदेव वही रूप हो जाता है। आमतौर एक प्राचीन धारणा प्रचलित है कि हमारे 33 करोड़ देवी-देवता हैं, यानी देवी-देवताओं की संख्या 33 करोड़ बताई जाती है। ये बात कम ही लोग जानते हैं कि 33 करोड़ देवी-देवता कैसे बताए गए हैं और इनमें कौन-कौन से देवता शामिल हैं। दरअसल, शास्त्रों के अनुसार देवताओं की संख्या 33 कोटि बताई गई हैं। यहां कोटि शब्द का अर्थ है प्रकार, यानी कुल 33 प्रकार के देवता बताए गए हैं। कोटि शब्द का एक अर्थ करोड़ भी होता है। इसी वजह से 33 कोटि को 33 करोड़ माना जाने लगा है और आम बोलचाल में 33 करोड़ देवी-देवता प्रचलन में आ गया। यहां दिए गए फोटो में जानिए ये 33 प्रकार के देवता कौन हैं और उनके नाम क्या हैं...
via Dainik Bhaskar
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