नदी, नाले, झरने, बारिश, बूंदें सब अलग-अलग हैं, पर अंतत: इन सभी का एकीकृत स्वरूप जल ही है। उसी तरह सुख, शांति, समृद्धि, सौभाग्य का मूल और अंतिम श्चोत भी परम आनंद है। परम आनंद से परम तत्व तक पहुंचने का ही मार्ग है श्री अमरनाथ यात्रा, जो समष्टि को एकीकृत कर उसे परमतत्व क
via जागरण संत-साधक
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