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Wednesday, June 4, 2014

हम सब ईश्वर की त्रिज्याएं हैं

स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि सत्य तो एक ही है, बस हम उसे अपने-अपने नजरिये से भिन्न बना देते हैं। यह बात यदि हमारी समझ में आ जाए, तो सारे मतभेद ही सुलझ जाएं। स्वामी विवेकानंद का चिंतन.. वर्तमान अतीत का ही फल है। इस कारण हममें से प्रत्येक की एक विशेष गति, एक विशेष प्रव्




via जागरण संत-साधक

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