एक साल पहले भीषण प्राकृतिक आपदा झेल चुकी केदार घाटी अभी भी असुरक्षित ही है। तमाम वादों के बावजूद उत्तराखंड किसी बड़ी आपदा से निपटने के लिए अब तक तैयार नहीं है। बड़े-बड़े वादे कागजों पर सिमटकर रह गए हैं। आपदा की पूर्व सूचना देने के लिए कहां तो पूरे हिमालय क्षेत्र में 12 डॉप्लर रडार लगाने की घोषणा की गई थी,
via जागरण धर्म समाचार
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