सोने का झूला, चांदी की डोर। बुधवार को हरियाली तीज पर इस पर जमकर झूले प्रभु बांके बिहारी जी। वह हरी घटाओं के बीच मंदिर के पट बंद होने तक झूलते रहे। मंदिर के कोने-कोने में हरियाली नजर आ रही थी। जगमग रोशनी से सराबोर मंदिर प्रांगण में लाडले ठा. बांकेबिहारी जी के लिए आकर्षक स्व
via जागरण धर्म समाचार
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