प्रेम व स्नेह का बंधन और रक्षा का संकल्प। यही है रक्षा बंधन के त्योहार के पीछे निहित दर्शन। हमारी भारतीय संस्कृति में त्योहार सिर्फ मौज-मस्ती व खाने-पीने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन त्योहारों के माध्यम से जीवन में नव-चेतना के प्राण फूंकने का प्रयास होता है। रक्षा बंधन के पर्व पर हम परंपरागत मूल्यों स
via जागरण पूजा-पाठ
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