कर्नाटक के एक बौद्ध मठ में अपनी जीवन यात्रा पूरी कर चुके बौद्ध धर्म गुरु द्वारा आठवां जन्म कुल्लू जिला के पतलीकूहल में एक तिब्बती परिवार में हुआ है। इस अद्भुत बालक के बारे में पता चलते ही तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने उसे अपने पास बुलाया और बालक से उसके पुनर्जन्म के बारे में पूरी जानकारी ली। बा
via जागरण धर्म समाचार
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