पितरों के पिंड को विष्णु के चरण में अर्पित करने वाले पुत्र अपने गयाजी प्रवास के दौरान आवासन की व्यवस्था से थोड़ी अकुलाहट महसूस कर रहे हैं। जबकि प्रशासन और गयापाल पंडा समाज के द्वारा तीर्थ नगरी गया में उनके रहने की व्यवस्था की जा रही है। फिर भी, गयाजी आने वाले पिंडदानी अभी से ही धर्मशाला, होटल और प्राइवेट आ
via जागरण धर्म समाचार
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