श्री शिरडी साईं संध्या मंदिर स्थित द्वारकामाई सभागार से साप्ताहिक प्रवचन करते हुए श्रीसाईं चरणानुरागी भाई डा. कुमार दिलीप सिंह ने कहा कि पितृपक्ष के अंतर्गत मुक्ति तीर्थ गयाजी में पितर भी करते हैं अपने परिजनों की प्रतीक्षा। जल-तर्पण प्राप्त होने से वंचित तथा इस कारण अपने परिजनों का रक्त पीने को बाध्य ये उपेक्षित पितर, क्रोधवश अपन
via जागरण धर्म समाचार
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