Loading...
Monday, May 13, 2013

अक्षय तृतीया: आज 28 वर्ष बना अमृत सिद्व योग

अक्षय यानी जिसका क्षय न हो, जो अक्षुण्ण रहे। 'भविष्य पुराण' के अनुसार इस दिन किए गए पुण्य कर्म के साथ-साथ सभी कर्मो का फल अक्षय हो जाता है। इस दिन विशेष कामनाओं की पूर्ति के लिए की गई साधनाएं शीघ्र एवं स्थायी फल देने वाली कही गई हैं। यूं तो सभी बारह महीनों की शुक्ल पक्षीय तृतीया शुभ होती है, किंतु बैशाख की यह तिथि स्व



via जागरण धर्म समाचार

http://www.jagran.com/spiritual/religion-akshaya-tritiya-10387483.html

0 comments:

Post a Comment

 
TOP