जब हम क्रोधित होते हैं, उस समय हमारे अंदर भीषण उत्तेजना का प्रवाह होता है। योग की भाषा में इस प्रवाह को असंतुलन कहा जाता है। योग में मान्यता है कि क्रोध पर नियंत्रण के लिए हमें अपने चक्रों को संतुलित करना होगा। योग-शास्त्र के अनुसार, हमारे शरीर में सात प्रमुख चक्र हैं। रीढ़ क
via जागरण संत-साधक
http://www.jagran.com/spiritual/sant-saadhak-neutralization-of-anger-10568070.html
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