शिव हिन्दू देवताओं में विशिष्ट हैं। शिव का मतलब केवल शिव नहीं है। यह विष्णु भी हैं और ब्रह्मा भी। इसके लिए एक श्लोक है-शिवाय विष्णु नामाय, शिवाय नामाय विष्णुवे। शिवस्य हृदयं विष्णु, विष्णु हृदयं शिवं। इस भेद को सभी भक्त नहीं जानते। क्योंकि शिवलिंग के भी तीन भाग हैं। जो सबसे नीचे होता है और दिखाई नहीं देत
via जागरण संत-साधक
http://www.jagran.com/spiritual/sant-saadhak-are-distinguished-by-the-gods-shiva-10640790.html
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