भारतीय धर्म साहित्य के अथाह सागर में से एक से बढ़ के एक उदाहरण महामोक्ष तीर्थ गया के नाम सन्निहित है और ऐसा ही एक तथ्य है गया में षट्पदी का होना। वायुपुराण इस तथ्य का स्पष्ट गवाह है कि गयाजी में छह मुक्तिदायक तीर्थ अवस्थित है। गरुड़ पुराण में स्पष्ट उल्लेख है कि 'विष्णुरेकादशी गीता तुलसी विप्रधेनव:।। असारे दुर्ग संसारे षटपदी मुक्तिदा
via जागरण धार्मिक स्थान
http://www.jagran.com/spiritual/mukhye-dharmik-sthal-pitru-paksha-gaya-10759348.html
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