याचना.. विनती और अराधना के साथ बृहस्पतिवार को हजारों श्रद्धालु फल्गु नदी में उतरे। फल्गु नदी का पानी कछार पर न होकर बीच में मंद-मंद बह रही थी। सूर्य की लालिमा अभी नभ पर पूरी तरह चढ़ी नहीं थी। वैसे में पुत्रों ने अपने पितरों को श्रद्धा के साथ जल अर्पण करने का कर्म प्रारंभ किया। यहीं से एक पखवारे तक चलने व
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-pitru-paksha-10740117.html
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