साढ़े चार सौ साल पुराने श्रीत्रिभंगी मंदिर को संरक्षण की जरूरत। इस मंदिर को किशोरीजू मंदिर के नाम से भी पुकार जाता रहा है। करीब चालीस साल पहले तक यहां पर पूजा और आरती हुआ करती थी, लेकिन अब पुरातत्व विभाग की अनदेखी के कारण यह लगभग खंडहर में तब्दील हो चुका है। वृंदावन में शहर के मध्य व्यासघेरा में श्रीत्रि
via जागरण धार्मिक स्थान
http://www.jagran.com/spiritual/mukhye-dharmik-sthal-sritribngi-temple-the-temple-is-four-hundred-years-old-10872897.html
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