बाबा शिव की नगरी देवकुंड सूर्य उपासना का केन्द्र है। यहां स्थित पवित्र सरोवर में स्नान कर हजारों छठ व्रती अर्घ्य देते हैं। अर्घ्य के समय तालाब किनारे तिल रखने की जगह नहीं होती है। कहा जाता है कि सरोवर के नाम पर ही इस स्थान का नाम देवकुंड रखा गया। महान तपस्वी च्यवन ऋषि द्वारा सप्त नदियों एवं सप्त सिंधुओं के जल से समाव
via जागरण धार्मिक स्थान
http://www.jagran.com/spiritual/mukhye-dharmik-sthal-sun-worship-is-the-center-of-the-lake-devkund-10848317.html
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