शहर में भारतीय संस्कृति का असर, तो कुछ हिंदूवादियों का डर। ऐसे में होटल संचालक अंग्रेजी नव वर्ष पर कार्यक्रम नहीं कराएंगे। 31 दिसंबर की रात जब पूरी दुनिया जश्न की खुमारी में डूबेगी, तब मथुरा की नए साल की सुबह राधे-राधे और जय गिरिराज धरण की गूंज के साथ होगी। करीब एक दशक पहले जब मथुरा में होटलों की फेहि
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-on-new-year-reverberates-radhe-radhe-10970650.html
0 comments:
Post a Comment