संत कबीरदास की छह सौ वर्ष पुरानी माला चुराने वाले थाईलैंड के चोरों की नजर स्वामी विवेकानंद व उनके गुरु परमहंस स्वामी से जुड़ी दुर्लभ वस्तुओं पर भी थी। कबीरदास की माला हाथ आने के बाद थाईलैंड के चोरों को लगा कि अब रामकृष्ण सेवाश्रम गए तो पकड़े जाने का खतरा रहेगा इसीलिए वहां जाने का इरादा त्याग दिया गया और सभी बन
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-kabir-on-holding-vivekananda-was-the-sight-of-thieves-10925384.html
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