इंसान को एक ऐसे धर्म के अनुसार जीवन बिताने की शिक्षा देनी चाहिए, जो उसकी विवेक-बुद्धि को जंचे और विज्ञान की परंपरा के अनुकूल हो..। स्वामी विवेकानंद ऐसे ही धर्म के हिमायती थे। उनकी 151वीं जयंती (12 जनवरी) पर जाने-माने चिंतकों के विचार.. विज्ञान और लोकतंत्र के समर्थक हम
via जागरण संत-साधक
http://www.jagran.com/spiritual/sant-saadhak-vivekanandas-151-th-anniversary-of-the-renaissance-precursor-10993217.html
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