बढ़ते शीत के प्रकोप के बाद भी लोगों की दौड़ वृंदावन को कम नहीं हो रही। रविवार को हजारों की भीड़ मंदिरों के दर्शन को आयी। उधर कारों का काफिला सुबह और शाम तक शहर में जाम के हालात बनाता रहा। पिछले 31 दिसंबर से अब तक ठा. बांके बिहारी के मंदिर, प्रेम मंदिर, रंगजी मंदिर और इस्कॉन टेंपल के अलावा अन्य सप्त द
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-then-the-rush-of-devotees-thronging-temples-10987956.html
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