अरैल मेला क्षेत्र में ज्ञान और वैराग्य का संगम हो रहा है। विद्वानों को सुनने के लिए जहां जिज्ञासु खिंचे चले आ रहे हैं वहीं पूरे दिन चलने वाले भजन-कीर्तन में आस्था पूरी तरह रौ में दिखती है। काशी के डा. पुंडरीक शास्त्री ने श्रीमद्भागवत पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि गीता हमें ज्ञान के साथ ही वैराग्य की भी प्रेरणा देत
via जागरण धर्म समाचार
http://ift.tt/1hDcMfk
0 comments:
Post a Comment