संसार एक यात्रा-स्थल है। यहां सभी जीव अपने पूर्व संचित कर्मो के अनुसार जीवन-यात्रा पर आते हैं। सभी जीवधारियों में मनुष्य ही ऐसा श्रेष्ठ जीव है, जिसके पास बुद्धि और विवेक है। इनके उपयोग से मनुष्य सही जीवन-मार्ग अपनाकर वर्तमान जन्म और भावी जन्म को अच्छा और सुंदर बना सकता है। भारतीय मनीषियों ने हमारे जीवन के लिए प्रेय और श्रेय, दो मार्ग निध
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-world-travel-destination-10982685.html
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