जटवारी में भक्त और भगवान के बीच के रिश्ते की गर्माहट के सामने अग्निदेव की लौ की तपिश ठंडी पड़ गई। धधकती आग के बीच से संतोष पंडा बच निकला। इसके साथ ही प्रहलादजी के जयकारे से पूरा वातावरण गूंजायमान हो गया। गांव जटवारी में रविवार की शाम जैसे जैसे रात्रि में बदल रही थी वैसे वैसे प्रहलाद कुंड के किनारे मंदिर
via जागरण धार्मिक स्थान
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