आगरा। दीवान ए खास में संगीत सम्राट तानसेन का चबूतरा, उससे लगी बादशाह अकबर की ख्वाबगाह। पांच सौ साल बाद भी चांद की 13 और 14 तारीख, यानी पूनम की रात को फतेहपुर सीकरी तानसेन की तान पर खामोश दाद देती है। बारादरी और तानसेन के चबूतरे पर पूनम की रात को आज भी इन दो तारीख पर कोई रुख करने की हिम्मत नहीं करता। इसकी वजह
via जागरण धार्मिक स्थान
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