मान्यता है कि प्रभु ईसा मसीह अपनी मृत्यु के तीन दिनों बाद जी उठे थे। इस अवसर को ईस्टर के रूप में मनाया जाता है। ईसा के पुनरुत्थान की घटना हमें अपने जीवन के अंधेरे में प्रकाश भरने की प्रेरणा देती है। ऐ नारी, तू क्यों रोती है? किसको ढूंढती है?' यही थे वे पहले शब्द, जिनके जरिये प
via जागरण संत-साधक
http://ift.tt/QuR70A
0 comments:
Post a Comment