अपनी बात को सही और दूसरों की बात को गलत मानने के कारण ही समस्याएं उत्पन्न होती हैं। लेकिन महावीर स्वामी का अनेकांत दर्शन हमें किसी भी समस्या पर खुले नजरिये से सोचने की दृष्टि देता है। महावीर स्वामी ने 'अनेकांत दर्शन' की अवधारणा दी। अनेकांत की दार्शनिक परिभाषा है- 'एक
via जागरण संत-साधक
http://ift.tt/1m02KIb
0 comments:
Post a Comment