अक्षय तृतीया (अखातीज) को अनंत-अक्षय-अक्षुण्ण फलदायक माना जाता है। वैसे तो बारह महीनों के शुक्ल पक्ष की तृतीया शुभ मानी जाती है लेकिन वैशाख माह की तिथि अति स्वयंसिद्ध मुहूतरें में मानी गई है। माना जाता है कि इस शुभ दिन जिनका परिणय-संस्कार होता है उनका सौभाग्य अखंड रहता है। इस दिन महालक्ष्मी की प्रसन्नाता के लिए भी विशेष अनुष्ठान होता है ि
via जागरण धर्म समाचार
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