[शरद अवस्थी], वृंदावन। पांच सौ साल पहले दक्षिण से उत्तर का सफर तय करती हुई कान्हा की नगरी पहुंची ये पवित्र आग की अमर कहानी है। अमर इसलिए कि जलने के बाद ये कभी नहीं बुझी। आंधी, पानी, बारिश के साथ-साथ वक्त के उतार-चढ़ाव देखे, मगर ये आग कभी सुलगी तो कभी लौ के रूप में जलती रही। अगाध आस्था के केंद्र श्री राधारमण मंदिर में
via जागरण धार्मिक स्थान
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